सुगंध

सुगंध

प्रशंसा को वीरता के कार्यों,
की सुगंध ही समझिए | 

Socrates

दुर्लभ कार्यों

दुर्लभ कार्यों

दोषहीन कार्यों का ,
होना दुर्लभ होता है।
Chanakya

छोटे-छोटे कार्यों में

छोटे-छोटे कार्यों में

कुछ भी इतना कठिन नहीं है ,
यदि आप उसे छोटे-छोटे कार्यों में विभाजित कर लें |
Henry Ford